


MP में मानसून एक्टिव है। गुरुवार को 35 जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा मालवा-निमाड़ में पानी गिरा। इंदौर, उज्जैन और रतलाम में तो बाढ़ के हालात बन गए। इंदौर शहर में 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा 4.7 इंच तो जिले में 126.7 एमएम बारिश हुई। 10 साल में यह दूसरी बार चौबीस घंटे में रिकॉर्ड बारिश हुई। वहीं उज्जैन शहर में 3 इंच और जिले में 6 इंच तो रतलाम में दो इंच पानी गिरा।
क्या है मानसून का हाल
मौसम विज्ञानी पीके रायकवार का कहना है कि मध्य प्रदेश में मानसून के स्ट्रांग सिस्टम बने हुए हैं। मध्यप्रदेश, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना। आने वाले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मानसून ट्रफ अब भी नर्मदापुरम, सिवनी होते हुए गुजर रहा है।
इन जिलों में अति भारी और भारी बारिश का अलर्ट
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट- रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर।
भारी बारिश का यलो अलर्ट- नीमच, मंदसौर, इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, राजगढ़, गुना, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा।
हल्की बारिश का अलर्ट- प्रदेश के बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश का यलो अलर्ट है।