उत्तराखंड के ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला के पास एक विदेशी महिला द्वारा बिकिनी पहनकर गंगा स्नान करने का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई है। वीडियो में महिला को फूलों की माला पहने, हाथ जोड़कर गंगा की आराधना करते और फिर नदी में उतरते हुए देखा जा सकता है। यह दृश्य देखने के बाद इंटरनेट पर संस्कृति, धार्मिक मर्यादा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को लेकर मतभेद तेज हो गए हैं।
वीडियो में महिला पहले गंगा किनारे खड़ी होकर प्रणाम करती है, फिर फूलों की माला जल में प्रवाहित करती है और उसके बाद स्नान करती दिखती है। कुछ लोगों ने इस कृत्य को श्रद्धापूर्ण और सौम्य भावनाओं से प्रेरित बताया, जबकि कई अन्य ने इसे धार्मिक स्थल की मर्यादा के खिलाफ करार दिया।
समर्थन में उठी आवाजें
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने महिला का पक्ष लेते हुए कहा कि उसकी भावनाएं आस्था से जुड़ी प्रतीत होती हैं, न कि किसी अपमानजनक मंशा से। एक यूजर ने लिखा, “उसका उद्देश्य गलत नहीं था।” कुछ लोगों ने दोहरी मानसिकता पर सवाल उठाया—“अगर पुरुष गंगा में अंडरवियर पहनकर नहा सकते हैं, तो महिला का बिकिनी पहनकर स्नान करना गलत क्यों माना जाए?”
संस्कृति और धार्मिक भावना का मुद्दा
एक बड़ा वर्ग इस घटना को भारतीय परंपरा और धार्मिक भावनाओं के प्रति असंवेदनशीलता मान रहा है। कई लोगों ने लिखा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि आस्था और पूजन का प्रतीक है, जहां शालीनता का पालन किया जाना चाहिए।