


MP में इस साल समय से पहले ही सर्दी की दस्तक हो गई है। दिन को भी फिजा में भी ठंडक का अहसास हो रहा है। दीपावली तक गुलाबी ठंड पडऩे लगेगी। इसकी वजह मौसम वैज्ञानिक ला लीना(La Nina) के असर को मान रहे हैं। यही वजह है कि पिछले एक पखवाड़े में शहर के न्यूनतम तापमान में साढ़े सात डिग्री से अधिक की गिरावट आई है। गुरुवार को भी न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के पार रहा। मानसून की विदाई 10 अक्टूबर को हुई थी। इसके बाद तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो गया। 3 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री था जबकि 13 अक्टूबर को सबसे कम तापमान 15.8 डिग्री दर्ज किया गया था। एक सप्ताह तक न्यूनतम तापमान लगातार 20 डिग्री से नीचे बना हुआ था।
ठंडक के बीच मामूली उतार-चढ़ाव रहेगा जारी
मौसम विशेषज्ञ पीके साहा ने बताया कि अब विंटर विंड पैटर्न सेट हो रहा है। हवा का रूख उत्तरी-उत्तर पश्चिमी हो रहा है, इसलिए ठंडक बनी हुई है। अभी बादल बने हुए हैं, इसलिए तापमान में बढ़ोतरी हुई है।
क्या है ला नीना(La Nina) इफेक्ट
ला नीना, व्यापक अल नीनो दक्षिणी दोलन (इएनएसओ) का एक चरण है, जो एक जलवायु परिघटना है। यह मध्य और पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में समुद्र के तापमान में परिवर्तन के साथ-साथ वायुमंडल में उतार-चढ़ाव के बारे में है। इएनएसओ परिघटना वैश्विक वायुमंडलीय परिसंचरण को भी प्रभावित करती है, जो बदले में, दिन या मौसम के मौसम को प्रभावित करती है ।इएनएसओ के तीन चरण होते हैं - गर्म (अल नीनो), ठंडा (ला नीना), और उदासीन। ये दो से सात वर्षों के अनियमित चक्रों में होते हैं। ला नीना चरण में हवाएं सामान्य से अधिक तेज हो जाती हैं और पश्चिमी प्रशांत महासागर की ओर अधिक मात्रा में पानी धकेलती हैं।