


बद्रीनाथ धाम में बद्रीश संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में पिछले 9 दिनों से जारी जन आंदोलन को लेकर राहतभरी खबर सामने आई है। स्थानीय लोगों के इस आंदोलन को लेकर जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने सकारात्मक पहल की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनभावनाओं का सम्मान किया जाएगा और समाधान संवाद से निकलेगा।
VC के जरिए पंडा पुरोहित, होटल एसोसिएशन और स्थानीयों से हुई बातचीत
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक आयोजित की गई जिसमें बद्रीनाथ धाम के स्थानीय निवासी, पंडा पुरोहित समाज और होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में सभी पक्षों ने अपनी समस्याएं व सुझाव विस्तार से रखते हुए निस्तारण की मांग रखी।
जिलाधिकारी ने सभी समस्याओं को गंभीरता से सुनकर भरोसा दिलाया कि उनका समाधान जनभावनाओं के अनुरूप किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम के विकास कार्यों में स्थानीयों की सहमति और सुविधा सर्वोपरि रहेगी।
होटल एसोसिएशन और पुरोहित समाज ने उठाए ये प्रमुख मुद्दे
होटल एसोसिएशन अध्यक्ष राजेश मेहता ने प्रमुख रूप से निम्नलिखित मांगें रखीं:
बद्रीनाथ से प्राधिकरण हटाया जाए
भवनों की ऊंचाई पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाए
चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की संख्या पर लगी रोक समाप्त की जाए
ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले अपशिष्ट के उचित प्रबंधन की व्यवस्था की जाए
पंडा पुरोहित समाज से प्रवीण ध्यानी ने भी कई गंभीर मुद्दे उठाए:
स्थानीय निवासियों के पुनर्वास से जुड़ी समस्याएं
प्रभावित परिवारों के लिए दुकानों का आवंटन
तीर्थ पुरोहित आवासों के निर्माण में देरी
अलकनंदा नदी में गाद की बढ़ती समस्या
ब्रह्मकपाल से जुड़े पारंपरिक मुद्दे
डीएम ने दिया स्पष्ट संदेश: "जनभावनाओं का सम्मान सर्वोपरि"
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बैठक के समापन पर सभी पक्षों को आश्वस्त किया कि:
सभी उठाए गए मुद्दों को शासन स्तर पर भेजा जाएगा
उच्चाधिकारियों से सीधी वार्ता कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी
प्रशासन का उद्देश्य है कि स्थानीय लोगों की भावनाओं को आहत किए बिना विकास कार्य आगे बढ़ें
उन्होंने कहा, “बद्रीनाथ धाम के विकास में जनता की सहभागिता और सहमति जरूरी है। प्रशासन जनता की भावनाओं के अनुरूप ही निर्णय लेगा।”