


सावन में हर व्रत और त्योहार का विशेष महत्व होता है। साल 2025 में सावन माह की शुरुआत 11 जुलाई से हो चुकी है। सावन में हर मंगलवार को पड़ने वाला व्रत मंगला गौरी व्रत के नाम से जाना जाता है। इस दिन को व्रत करना बेहद फलदायी होता है। आज यानि 15 जुलाई यानि सावन के प्रथम मंगलवार को पड़ा है। मां पार्वती के लिए मंगला गौरी का व्रत किया जा रहा है। इस व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस व्रत को विशेष रुप से विवाहित महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद पाने के लिए करती हैं।
व्रत की तिथि
यह व्रत आज श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को है। पंचमी तिथि रात 10.38 मिनट तक रहेगी। इस दिन शतभिषा नक्षत्र रहेगा। साथ ही सौभाग्य योग रहेगा। मंगला गौरी व्रत के दिन किए गए उपाय आपको जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त करा सकते हैं। साथ ही इस दिन मां पर्वती और भोलेनाथ की आराधना से आपकी हर इच्छा पूर्ण होती है। यहां पढ़ें मंगला गौरी व्रत के उपाय।
मंगला गौरी व्रत उपाय
- मंगला गौरी व्रत के दिन सुहाग का सामान बांटे। ऐसा करने से शादीशुदा जीवन में प्रेम बना रहता है. इस दिन 16 श्रृंगार का सामान मां को अर्पित करें।
- मंगला गौरी व्रत के दिन छोटी कन्याओं को भोजन कराएं। आप 5 या 7 कन्याओं को भोजन करा सकते हैं. साथ ही उन्हें उपहार या दक्षिणा दें। ऐसा करने से मां गौरी प्रसन्न होती हैं।
- आज मंगला गौरी व्रत के दिन मां को उनके प्रिय गुलाब के फूल जरूर अर्पित करें। लाल रंग को सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
- मंगला गौरी व्रत के दिन सात सुहागन स्त्रियों को दें सुहाग का सामान दें। जैसे लाल वस्त्र, चूड़ियां, सिंदूर और मिठाई आदि। ऐसा करने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।