


आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में गुस्सा, चिड़चिड़ापन और मानसिक तनाव आम समस्या बन गई है। चाहे वह व्यक्तिगत संबंध हों या कार्यस्थल की चुनौतियाँ, मन में उथल-पुथल बनी रहती है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ खास रत्न ऐसे बताए गए हैं जो गुस्से पर काबू पाने में अद्भुत भूमिका निभाते हैं।
क्यों बढ़ता है गुस्सा?
ज्योतिष विद्या कहती है कि जब चंद्रमा, मंगल या शनि जैसे ग्रह अशांत स्थिति में होते हैं, तब व्यक्ति के स्वभाव में चिड़चिड़ापन, आवेश और क्रोध बढ़ जाता है। मानसिक संतुलन बिगड़ता है और छोटी-छोटी बातों पर झुंझलाहट हो सकती है। ऐसे में रत्न धारण करना एक सरल और प्रभावी उपाय माना गया है।
गुस्से पर नियंत्रण के लिए उपयुक्त रत्न
1. मोती
चंद्रमा का रत्न मोती मन को शांति, संतुलन और ठंडक प्रदान करता है। इसे चांदी की अंगूठी में धारण किया जाता है। मोती विशेषकर उन लोगों के लिए लाभकारी है जो बात-बात पर भावनात्मक रूप से टूट जाते हैं या मानसिक अस्थिरता महसूस करते हैं।
2. पन्ना
बुध ग्रह का यह रत्न बुद्धि और वाणी में संतुलन लाता है। पन्ना पहनने से विचारों में स्पष्टता आती है और व्यक्ति अधिक शांत और संयमी बनता है।
3. नीलम
शनि का रत्न नीलम गहरे क्रोध और आवेग को शांत करने में सहायक होता है। हालांकि यह रत्न बहुत शक्तिशाली होता है, इसलिए इसे बिना कुंडली जांचे नहीं पहनना चाहिए।
4. चन्द्रकांत मणि
यह मन को शीतलता और स्थिरता प्रदान करने वाला रत्न है। मून स्टोन उन लोगों के लिए बेहतर है जो जल्दी उत्तेजित हो जाते हैं या बार-बार मूड स्विंग्स का अनुभव करते हैं।
धारण विधि और सावधानियाँ
रत्न हमेशा शुद्ध व असली होना चाहिए।
रत्न धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से कुंडली जांचना ज़रूरी है।
पूजा-अर्चना और मंत्रोच्चारण के साथ रत्न धारण करने से उसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
यदि गुस्से ने आपके जीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है और संबंधों में दूरी आ रही है, तो रत्न विज्ञान के अनुसार उपयुक्त रत्न धारण कर आप अपने स्वभाव में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। यह उपाय न केवल आपकी मानसिक शांति लौटाएगा, बल्कि आपके सामाजिक जीवन में भी मधुरता और स्थायित्व लाएगा।