


बंगाल की खाड़ी में बने नए सिस्टम के प्रभाव के चलते रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग में बारिश की संभावना बनी हुई है। मंगलवार को शहरों की तुलना में माना इलाके में ज्यादा बारिश हुई, जहां घंटेभर में ढाई सेंटीमीटर पानी गिरा, जबकि लालपुर में मात्र आधा सेंटीमीटर बारिश दर्ज हुई। मौसम विभाग के अनुसार, बारिश का यह प्रभाव अगले 24 घंटे तक जारी रहने की संभावना है।
सितंबर की शुरुआत होते ही प्रदेश में फिर से बारिश की गतिविधियां बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र ओडिशा की ओर प्रबल होकर बढ़ रहा है, जिसका असर रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के शहरों में बारिश के रूप में दिखेगा। सोमवार शाम को रायपुर के कुछ इलाकों में अच्छी बारिश हुई थी, जिसमें लालपुर में साढ़े तीन सेंटीमीटर पानी गिरा था। मंगलवार को दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदला लेकिन शहरों में केवल बादलों की गरज-गड़गड़ाहट देखी गई, जबकि बारिश का असर मुख्यतः माना इलाके में महसूस किया गया। शाम साढ़े पांच बजे तक माना इलाके में ढाई सेंटीमीटर बारिश हुई थी। शहरी इलाकों में देर रात तक बूंदाबांदी का दौर भी जारी रहा।
मानसून की द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर बीकानेर, जयपुर, दतिया, सीधी, झारसुगुड़ा, पुरी और उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित निम्न दबाव केंद्र तक फैली हुई है। 3 सितंबर सोमवार को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के साथ गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। भारी बारिश मुख्यतः रायपुर और दुर्ग संभाग के जिलों में संभावित है। पिछले 24 घंटे में नानगुर में 13, दंतेवाड़ा में 11, छिंदगढ़ में 6, गंगालूर, बालोद, बड़े बचेली, बास्तानार, बीजापुर में 5-5 सेंटीमीटर, तथा दरभा, दोरनापाल सहित अन्य इलाकों में चार सेंटीमीटर तक बारिश हुई। मंगलवार को रायपुर के अलावा प्रमुख स्टेशनों पेंड्रा, अंबिकापुर और जगदलपुर में भी बारिश दर्ज की गई है।